अविश्वास प्रस्ताव की धमक से परेशान मध्यप्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने अब नये सिरे से रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसी चरण में मुख्यमंत्री तमिलनाडु में तीन दिनों से भविष्य की रणनीति बना रहे हैं उनके साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रभात झा और महामंत्री अरविंद मेनन भी हैं। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि आगामी कार्ययोजना और भविष्य की राजनीतिक पृष्ठ भूमि तैयार हो रही है।
भोपाल। कहा तो यह जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह का इलाज कराने चेन्नई गये हैं और साथ ही भाजपा अध्यक्ष झा भी अपने पैरों का परीक्षण कराने चैन्नई गये हैं, लेकिन फिर संगठन महामंत्री अरविंद मेनन को क्यों चेन्नई बुलाया गया है ? इससे साफ जाहिर है कि सरकार और संगठन मिलकर भविष्य की नई रणनीति पर काम कर रहे हैं।
कांग्रेस के हल्ला बोल और संघ के किसान आंदोलन जैसी चुनौतियों से ब्रेफिक्र भाजपा के नीति-निर्धारकों की पॉवरफुल तिकड़ी सत्ता की राह में किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए तमिलनाडु में रणनीति बना रहे हैं। मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट भले ही ठंडी पड़ चुकी हो, लेकिन मंत्रियों के विभाग बदलने को लेकर चर्चा फिर जोर पकड़ सकती है। हाल में कुछ मंत्रियों के प्रभार बदले जा चुके हैं। व्यक्तिगत स्तर पर स्वास्थ्य परीक्षण के साथ इन नेताओं का लक्ष्य सरकार को आम मतदाताओं की अपेक्षाओं पर खरा उतरकर दिखाना है। धार्मिक और निजी यात्रा में मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा पहले से ही चेन्नई में डेरा डाले हैं और अब संगठन महामंत्री अरविंद मेनन भी इसमें शामिल हो गये हैं। तिरूपति बालाजी की धार्मिक यात्रा से पहले भाजपा के इन तीन शीर्ष नेताओं के हैल्थ चेकअप की खबरें चर्चा का विषय बन चुकी हैं।
मंत्रियों के भ्रष्टाचार और विपक्ष:
सत्ता और संगठन के अहम निर्णय लेकर भाजपा को दिशा देने वाले ये नेता उस वक्त प्रदेश से बाहर हैं, जब कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और उनकी टीम मंत्रियों पर भ्रष्टाचार में लिप्तता और संरक्षण देने के आरोप को जनता के बीच हवा देने में जुट गए हैं। अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सरकार के नुमाइंदों द्वारा कोई जवाब और कार्यवाही का भरोसा नहीं मिलने के बाद विपक्षी दल से जुड़े नेता मतदाताओं के बीच जाने लगे हैं, तो उधर भाजपा में जिस संघ के बिना पत्ता भी नहीं हिलता उसके अनुषांगिक संगठन भी विरोध की राजनीति में सक्रिय हो गए हैं। खासतौर से किसान संघ नए सिरे से आंदोलन की रणनीति बना रहा है। भाजपा के अमर अकबर एंथोनी की इस तिकड़ी के बीच स्थापित समन्वय और सामंजस्य को पार्टी में चुनौती देने का माद्दा किसी में नहीं है। संभावित चुनौतियों से निपटने का माद्दा रखने का दावा करने वाले इन नेताओं को अपने समर्थकों पर पूरा भरोसा है तो वे विकास यात्रा, बलराम यात्रा पर निकलने के पहले नए जोश के साथ विरोधियों को करारा जवाब देंगे।
चैन्नई टू ग्वालियर:
निजी विमान सेवाओं के जरिए दक्षिण भारत की यात्रा पर पहुंचे इन नेताओं ने राजधानी छोडऩे से कुछ दिन पहले ही कोर कमेटी की बैठक बुलाकर प्रदेश के अन्य वरिष्ठ नेताओं से कई मुद्दों पर चर्चा कर उनकी थाह भी ली थी। भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन जोर शोर से मनाने के बाद संगठन के बैनर तले ग्वालियर में दो दिन की कार्यसमिति में कांग्रेस से मिलने वाली चुनौती को लेकर चिंतन और मंथन करेगी। सूत्र बताते हैं कि भोपाल लौटने के बाद संघ के शीर्ष नेताओं के साथ इनकी महत्वपूर्ण बैठकें होगी।
देवेन्द्र मिश्रा,भोपाल
come here from Malaysia =)
ReplyDelete