Feb 27, 2012

जारी है प्रभात की पत्रगत राजनीति




 मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रभात झा का चि_ी प्रेम जग-जाहिर है। वह हमेशा पत्रों के माध्यम से ऐसी राजनीति करते हैं कि विरोधियों को भी पानी-पानी करने में देर नहीं करते। जब से झा ने भाजपा की कमान संभाली है तभी से पत्रों के जरिए उनकी राजनीति गर्म हो रही है। सबसे पहले पत्रों के जरिये ही कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पर हमला बोला था, फिर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को भी पत्र के जरिए घेरने की कोशिश की है। अब उनके निशाने पर केंद्र की यूपीए-2 आ गई है। हाल ही में झा ने एक पत्र लिखकर केंद्र सरकार से करों में छूट की मांग की है। इससे साफ जाहिर है कि झा अपने पत्रों की राजनीति को लगातार गर्म करना चाहते हैं।

भोपाल। प्रदेश के साथ देश का भी आम बजट पेश होने वाला है, तो भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को पत्र लिखकर सुझाव दे दिए। जबकि प्रदेश सरकार को उन्होंने बजट को लेकर कोई सुझाव नहीं दिए,न ही प्रदेश की भाजपा सरकार ने पार्टी के मुखिया से सुझाव मांगे। प्रदेश सरकार ने पेट्रोल, डीजल पर इतना टैक्स लगाया हुआ है कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में सर्वाधिक है, इस टैक्स को कम करने की बात कोई नहीं कर रहा, लेकिन राजनीति के लिए केंद्र की कांग्रेसनीत यूपीए सरकार को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ने कई सुझाव देते हुए पत्र जरूर लिखा है।
    पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के कारण इस बार 2012-13 का बजट फरवरी के बजाय मार्च में पेश किया जाएगा। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री को आम बजट के लिए कई सुझाव दिए हैं, इसमें आयकर सीमा बढ़ाकर 5 लाख रूपए किया जाए। मध्यप्रदेश सरकार की तर्ज पर किसानों को फसल कर्ज 1 प्रतिशत ब्याज पर दिया जाए, इसमें ऋण ग्रस्तता में कमी आएगी। देश में खाद्य सुरक्षा कानून को प्रभावी बनाया जा रहा है,  लेकिन उसके अनुकूल खाद्यान्न उत्पादन तभी संभव है जब उत्पादकता में वृद्धि की जाये। इसके लिए हर खेत को पानी देना अनिवार्यता होगी। सिंचाई को समवर्ती सूची में शामिल किया जाए। उन्नत बीजों को बोये जाने का प्रचलन बढ़ा है। इसके लिए सिंचाई आवश्यक है। डीजल की कीमतें बढ़ चुकी हैं। बिजली के दाम बढ़ाने से सिंचाई महंगी हुई है। बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार राज्यों में कृषि भूमि की उपलब्धता के अनुसार इस कार्य हेतु अनुदान का प्रावधान बजट में करें जिससे की किसानों को सिंचाई हेतु बिजली राज्य सरकारें अनुदान प्राप्त दरों (न्यूनतम दरों) पर प्रदाय कर सके। शिक्षा के विस्तार के साथ शिक्षा का निजीकरण होने से शिक्षा महंगी हुई है। अत: स्नातक, स्नातकोत्तर शिक्षा हेतु 1 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज उपलब्ध कराने का प्रावधान किया जाये। शिक्षित बेरोजगार युवकों के लिए बेरोजगार बीमा योजना तथा भत्ते का विशेष प्रावधान किया जाए। प्रशिक्षित व्यवसायों में लगे गरीब, निर्धन, अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के युवकों को लघु उद्योग व्यवसाय के लिए ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने का प्रावधान किया जाए। पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए बिजली बैटरी संचालित वाहनों की खरीद पर आर्थिक अनुदान दिये जाने का प्रावधान किया जाये तथा एक समयबद्ध योजना बनाई जाये जिससे हर आम आदमी की परिवहन हेतु पेट्रोल, डीजल पर निर्भरता कम हो सके। राष्ट्रीय महत्व के अधोसंरचना विकास के प्रकल्पों को न्यूनतम दरों पर ऋण और करों में छूट का प्रावधान किया जाये। राष्ट्रीय अधोसंरचना बैंक जैसी वित्तीस संस्था का गठन किया जाए। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा ने प्रधानमंत्री और वित्त को 8 सुझाव दिए हैं।
वैट पर भी राजनीति:
    प्रदेश में भाजपा की सरकार है और इस सरकार ने पेट्रोल, डीजल पर देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक वैट टैक्स लगाया हुआ है, इसे कम करने के लिए पार्टी की ओर से पहल की जाना चाहिए। पेट्रोल, डीजल के बढ़ते दामों को देखते हुए बैटरी संचालित वाहनों पर अनुदान दिए जाने की बात भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष कर रहे हैं, परंतु प्रदेश में आम आदमी को पेट्रोल, डीजल पर कम टैक्स देना पड़े और वह सस्ता मिले, इस संबंध में वह मौन हैं।
टे्रनों में मांगा कोटा:
    भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा ने रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी को पत्र लिखकर चैन्नई-जयपुर और कोयम्बटूर-जयपुर एक्सप्रेस गाडिय़ों में भोपाल के लिए पूर्व आवंटित कोटा बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पूर्व में इन टे्रनों में एसी-1, एसी-2, एसी-3 और स्लीपर में क्रमश: 2, 2, 2 और चार बर्थ का आकस्मिक कोटा था जिसे बाद में समाप्त कर दिया है। इससे भोपाल से जयपुर जाने वाले यात्रियों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है।

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